रक्तकम्बला यक्षिणी : मृत में प्राण डालने वाली और मूर्तियों को चालयमान करने वाली. इसलिए साधना से पहले गुरु का मार्गदर्शन और सुरक्षा कवच दोनों के लिए तैयार रहे और साधना में सावधानी बरते. जब वह आपके घर को रोशन करती है, तो वह दिव्य होती है। Anil Bhargavji is https://charlese196wbf9.thechapblog.com/31612685/the-greatest-guide-to-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai