बावन भैरूं चौसठ जोगिन, उसटा चक्र चलावै वाणी : मनुष्य के जीवन में चाहे आन्तरिक शत्रु जैसे काम, क्रोध, लोभ,मोह, अहंकार आदि हों या बाहर के शत्रु हों तो जीवन की गति थम सी जाती है ॐ ह्रीँ योगविज्ञान्यै पद्मावत्यै नमः । ७० मंत्र जप के लिए शुद्ध वस्त्र https://felixottas.thekatyblog.com/31290577/details-fiction-and-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra